झारखंड ई-उपार्जन 2024: किसानों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य दिलाने और सरकारी खरीद प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से झारखंड सरकार ने “ई-उपार्जन” पोर्टल की शुरुआत की है। यह प्लेटफ़ॉर्म किसानों को उनकी उपज के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर फसल बेचने की सुविधा प्रदान करता है और कृषि उत्पादों की खरीद प्रक्रिया को डिजिटलीकरण कर भ्रष्टाचार कम करता है। इस लेख में हम इस पोर्टल का विस्तृत विवरण देंगे, जिसमें किसानों की पात्रता, ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया, भुगतान, लॉगिन एवं विभिन्न सेवाओं का उपयोग शामिल है।
ई-उपार्जन क्या है?
ई-उपार्जन का अर्थ है “इलेक्ट्रॉनिक खरीद।” यह प्रणाली सरकार और किसानों के बीच पारदर्शिता और वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करती है। पहले, किसानों को अपनी फसल बेचने में अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था और सही दाम नहीं मिल पाता था। लेकिन अब ई-उपार्जन प्लेटफॉर्म से किसान अपनी फसल सरकार को MSP पर बेच सकते हैं और बैंक खातों में सीधा भुगतान प्राप्त कर सकते हैं।
E-Uparjan Jharkhand List का उद्देश्य
- पारदर्शिता: खरीद प्रक्रिया को डिजिटल बनाने से भ्रष्टाचार में कमी होती है और सुनिश्चित किया जाता है कि किसानों को सही मूल्य मिले।
- सीधा भुगतान: किसानों को उनके बैंक खातों में सीधा भुगतान किया जाता है, जिससे वित्तीय धोखाधड़ी का जोखिम कम होता है।
- न्यूनतम समर्थन मूल्य: MSP पर फसलों की खरीद किसानों को बाजार के उतार-चढ़ाव से सुरक्षित रखती है।
- डेटा संग्रह: फसल उत्पादन डेटा एकत्र करने से नीति निर्माण में सहायता मिलती है।
- सुलभता: किसान घर बैठे रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं और बिना किसी परेशानी के बिक्री कर सकते हैं।
ई-उपार्जन के लिए पात्रता और दस्तावेज़
ई-उपार्जन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के लिए निम्नलिखित योग्यताएं और दस्तावेज़ आवश्यक हैं:
- राज्य के स्थायी निवासी होना आवश्यक।
- केवल किसान नागरिक रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं।
- आवश्यक दस्तावेज़:
- आधार कार्ड, निवास प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, बैंक पासबुक, भूमि दस्तावेज़, मोबाइल नंबर, पासपोर्ट साइज फोटो
झारखंड ई-उपार्जन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कैसे करें?
- वेबसाइट पर जाएं: झारखंड ई-उपार्जन पोर्टल (uparjan.jharkhand.gov.in) पर विजिट करें।
- किसान पंजीकरण का विकल्प चुनें: मेन्यू में “किसान पंजीकरण” का चयन करें।
- फॉर्म भरें: जिला, MSP केंद्र, नाम, मोबाइल नंबर, आधार नंबर, और पासवर्ड भरें।
- सबमिट करें: जानकारी सबमिट करने के बाद रजिस्ट्रेशन नंबर प्राप्त करें, जिससे फसल जमा की जा सकती है।
लॉगिन प्रक्रिया
जो किसान पोर्टल पर पंजीकरण कर चुके हैं, वे निम्नलिखित स्टेप्स का पालन करके लॉगिन कर सकते हैं:
- वेबसाइट पर जाएं: झारखंड ई-उपार्जन की वेबसाइट पर जाएं।
- लॉगिन ऑप्शन चुनें: “किसान लॉगिन” पर क्लिक करें और ईमेल/मोबाइल नंबर और पासवर्ड दर्ज करें।
- डैशबोर्ड: लॉगिन करने के बाद किसान अपना डेटा देख सकते हैं और फसल विवरण अपडेट कर सकते हैं।
किसान सूची कैसे देखें?
पोर्टल पर अपनी किसान सूची देखने के लिए निम्नलिखित स्टेप्स अपनाएं:
- ऑनलाइन सेवा चुनें: होम पेज पर “ऑनलाइन सेवा” में जाएं।
- किसान सूची विकल्प: “किसान सूची” विकल्प पर क्लिक करें।
- जानकारी भरें: जिला, ब्लॉक, पंचायत और ग्राम का चयन करें।
- खोजें: सभी जानकारी भरने के बाद “खोजें” बटन पर क्लिक करें। आपकी स्क्रीन पर किसानों की सूची आ जाएगी।
भुगतान विवरण कैसे देखें?
भुगतान स्थिति की जानकारी पाने के लिए इन स्टेप्स को फॉलो करें:
- भुगतान देखें: होम पेज पर “भुगतान देखें” पर क्लिक करें।
- जानकारी दर्ज करें: किसान आईडी, आधार के अंतिम 4 अंक, या मोबाइल नंबर दर्ज करें।
- खोजें: जानकारी भरने के बाद “खोजें” पर क्लिक करें।
मोबाइल नंबर कैसे बदलें?
यदि पोर्टल पर रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर बदलना चाहते हैं तो निम्नलिखित स्टेप्स को फॉलो करें:
- मोबाइल संख्या बदलें: “मोबाइल संख्या बदलें” पर क्लिक करें।
- किसान आईडी भरें: “Find” पर क्लिक करके प्रोफाइल एडिट करें।
- नया मोबाइल नंबर दर्ज करें: नए नंबर की पुष्टि करने के लिए ओटीपी दर्ज करें और “अपडेट” पर क्लिक करें।
E-Uparjan Jharkhand के लाभ
- किसानों का सशक्तिकरण: एक पारदर्शी मंच के माध्यम से बिचौलियों पर निर्भरता कम होती है।
- वित्तीय समावेशन: सीधा भुगतान वित्तीय सुरक्षा को बढ़ाता है।
- बेहतर कृषि योजना: डेटा संग्रह और विश्लेषण से कृषि नीति निर्माण और संसाधन आवंटन में सहायता मिलती है।
- पश्चात-फसल हानि में कमी: समय पर खरीद और उचित मूल्य निर्धारण से हानि कम होती है।
- सतत कृषि: उचित भुगतान से किसान उच्च गुणवत्ता वाली फसलों में निवेश कर सकते हैं।
Jharkhand E-Uparjan की कार्यप्रणाली
इस प्लेटफार्म की कार्यप्रणाली में किसान पंजीकरण से लेकर फसल की बिक्री और भुगतान की सभी प्रक्रियाएँ शामिल हैं। इसके कुछ प्रमुख चरण हैं:
- पंजीकरण: किसान अपनी व्यक्तिगत और बैंक जानकारी भरते हैं।
- सत्यापन: अधिकारियों द्वारा किसानों की जानकारी सत्यापित की जाती है।
- फसल सूचीकरण: किसान अपनी फसल की सूची तैयार कर सकते हैं।
- खरीद कार्यक्रम: सरकार खरीद के समय और स्थान की घोषणा करती है।
- विक्रय और भुगतान: किसान अपनी फसल निर्धारित केंद्रों पर लेकर जाते हैं, और गुणवत्ता चेक के बाद भुगतान होता है।
- शिकायत निवारण: किसी भी समस्या के समाधान के लिए किसान पोर्टल के माध्यम से शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
- ई-उपार्जन स्लॉट बुकिंग: फसल विक्रय या सरकारी योजनाओं में भाग लेने के लिए स्लॉट बुकिंग की सुविधा उपलब्ध है।
- ई-उपार्जन पंजीयन: यह प्रक्रिया किसानों को अपनी उपज के लिए MSP पर पंजीकृत करती है।
- भुगतान स्थिति 23-24: पिछले सीजन के दौरान की गई बिक्री के लिए भुगतान स्थिति जानने की सुविधा।
- ई-उपार्जन लॉगिन: विभिन्न सेवाओं का उपयोग करने के लिए पोर्टल में लॉगिन किया जा सकता है।
- किसान पंजीयन स्लॉट बुकिंग: पंजीकृत किसानों के लिए स्लॉट बुक करने की सुविधा।
निष्कर्ष
झारखंड का ई-उपार्जन प्लेटफार्म राज्य के किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है जो उन्हें पारदर्शी और सुलभ तरीके से उनकी फसल का उचित मूल्य दिलाने में मदद करता है। सीधे बैंक खातों में भुगतान, बिचौलियों की समाप्ति और सटीक डेटा संग्रह के कारण यह प्रणाली कृषि विकास में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो रही है।
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